अगर आज इस महिला sdm को सबक नही मिला तो कल पता नही कितनी महिलाओं का सपना अधुरा रहेगा
बरेली: बरेली में एडीएम के पद पर तैनात पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य ने पति आलोक मौर्य के साथ विवाद पर अपना पक्ष रखा है। ज्योति मौर्य ने साफ कहा है कि यह मामला विशुद्ध पारिवारिक विवाद का है। ज्योति ने कहा कि मुझे मेंटल टॉर्चर जैसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। यह मुझे बर्दाश्त नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मामले में मुझे किसी को कोई सफाई नहीं देनी है। ज्योति मौर्य ने पति के साथ विवाद को अधिकारी और कर्मचारी का विवाद मानने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि पूरी तरह से यह पारिवारिक विवाद है। न्यूज 18 से बातचीत करते हुए एसडीएम ज्योति मौर्य ने साफ तौर पर कहा कि पूरे मामले में सोशल मीडिया पर क्या चर्चा चल रही है, उससे मतलब नहीं है। हमारा मामला मैट्रोमोनियल कोर्ट में चल रहा है। वहां मैं इस संबंध में अपनी बात रखूंगी।
पति के साथ विवाद पर दिया बड़ा बयान
ज्योति मौर्य ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि यह पूरा विवाद एक एसडीएम और एक सफाई कर्मचारी के बीच का नहीं है। यह पूरी तरह से एक पति और पत्नी के बीच का विवाद का है। यह बात पहले साफ होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे उनके सफाई कर्मी होने से कोई प्रॉब्लम नहीं है। दो बच्चियों के पैदा होने के बाद भी विवाद बढ़ने को लेकर भी उन्होंने कहा कि विवाद की वजह यह बिल्कुल नहीं है।
ज्योति मौर्य ने कहा कि हमारे पति ने झूठ बोलकर शादी की या कुछ किया, अब यह मायने नहीं रखता है। अगले कदम के बारे में ज्योति ने कहा कि हमारा मामला कोर्ट में चल रहा है। मैं इस संबंध में कोई भी बात कोर्ट में करूंगी।
निजी मामलों में दखल जरूरी नहीं
आलोक मौर्य से विवाद के बाद बातचीत के मसले पर ज्योति मौर्य ने कहा कि इस संबंध में कोई बातचीत नहीं हुई है। अन्य व्यक्ति से संबंधों पर ज्योति ने साफ किया कि यह मेरा निजी मामला है। उन्होंने कहा कि आलोक मौर्य के इस संबंध में कुछ भी कहने से पहले से ही मैट्रोमोनियल कोर्ट में हमारा केस चल रहा है। रिश्ते खराब होने से संबंधित सवालों पर बिफरते हुए ज्योति ने कहा कि आप क्या घरों में घुसकर देखना चाहते हैं। पति-पत्नी कैसे रहते हैं, इसके बारे में दिलचस्पी क्यों है? रिश्ते खराब हुए तभी मामला कोर्ट तक गया। विवाद के कारणों पर ज्योति ने कहा कि पति-पत्नी के बीच रिश्ते खराब होने के कई कारण होते हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या पति-पत्नी के बीच तलाक का क्या यह पहला मामला है? आलोक के पढ़ाने-लिखाने के दावे पर तंज कसते हुए ज्योति ने कहा कि जब मैं एलकेजी में थी, तभी मेरी शादी हो गई थी। उसी ने मुझे बचपन से पाला-पोसा है।
पति-पत्नी हैं तो करेंगे मदद ज्योति मौर्य ने आलोक मौर्य की पढ़ाई में मदद के सवाल पर कहा कि पति-पत्नी हैं तो जरूर मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि सहयोग करने का यह अर्थ नहीं होता है कि अगर एक व्यक्ति उस पद पर चला गया तो उसे हमेशा टॉन्ट करोगे। प्रताड़ित करोगे। मेंटल टॉर्चर करोगे। सोशल मीडिया पर चल रही बहस पर ज्योति ने किसी प्रकार की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि लोगों को जो कहना है, कहने दीजिए। इस संबंध में आपको आलोक से बात करनी चाहिए। मेरा मामला कोर्ट में हैं। मैं अपनी बात कोर्ट में ही कहूंगी। मुझे हर जगह सफाई देने की जरूरत नहीं है।
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